Preventive Health
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अगर आप प्रेग्नेंट हैं और ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cyst) है: किन संकेतों पर ध्यान दें और कैसे सुरक्षित रहें

प्रेग्नेंसी के दौरान ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cyst) होना थोड़ा डराने वाला लग सकता है—लेकिन यह गाइड आपको समझाएगा कि क्या सामान्य है, क्या जोखिम भरा हो सकता है, और आपको कैसे सुरक्षित रहना है।
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Written by
Samruddhi
Published on
June 25, 2025

अगर आपको प्रेग्नेंसी के दौरान ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cyst) के बारे में पता चलता है, तो यह एक साथ दो सरप्राइज़ मिलने जैसा लग सकता है। लेकिन ज़्यादातर मामलों में प्रेग्नेंसी के समय होने वाले ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cysts) खतरनाक नहीं होते।

असल में, अमेरिकन कॉलेज ऑफ ऑब्स्टेट्रिशन्स एंड गायनेकॉलॉजिस्ट्स (American College of Obstetricians and Gynecologists) के अनुसार, फंक्शनल ओवेरियन सिस्ट्स (Functional ovarian cysts) लगभग 18% शुरुआती प्रेग्नेंसी में देखे जाते हैं—और ये ज़्यादातर अपने आप ठीक हो जाते हैं।

यह गाइड बताएगा कि क्या नॉर्मल है, क्या नहीं है, और आपको असल में क्या करना चाहिए (बिना रात 2 बजे गूगल करने के)। चलिए, आपको सही जानकारी देते हैं।

क्या आप ओवेरियन सिस्ट (Ovarian Cyst) के साथ प्रेग्नेंट हो सकती हैं? बुनियादी बातें समझें

Can You Be Pregnant with an Ovarian Cyst? Understanding the Basics
क्या आप ओवेरियन सिस्ट (Ovarian Cyst) के साथ प्रेग्नेंट हो सकती हैं? बुनियादी बातें समझें

हाँ, आप ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cyst) के साथ प्रेग्नेंट हो सकती हैं, और ज़्यादातर मामलों में यह खतरनाक नहीं होता। बहुत से ओवेरियन सिस्ट छोटे, नुकसानरहित होते हैं और अपने आप ही ठीक हो जाते हैं।

डॉक्टर्स अक्सर इसे आपकी पहली अल्ट्रासाउंड (Ultrasound) जांच के दौरान पहले ट्राइमेस्टर (Trimester) में पाते हैं। ये आमतौर पर फंक्शनल ओवेरियन सिस्ट (Functional ovarian cysts) होते हैं, जैसे कि कॉर्पस ल्यूटियम सिस्ट (Corpus luteum cysts), जो वास्तव में आपकी प्रेग्नेंसी को सपोर्ट करने में मदद करते हैं।

फॉलिक्यूलर सिस्ट (Follicular cysts) एक और प्रकार की फंक्शनल सिस्ट होती है, जो तब बनती है जब ओवरी में कोई फॉलिक्यूल (Follicle) अंडा रिलीज़ नहीं करता या अंडा निकलने के बाद सही से घुलता नहीं है।

फिर भी, कुछ जरूरी बातें जानना अच्छा रहता है:

  • ज़्यादातर ओवेरियन सिस्ट बेनाइन (Benign) होते हैं, यानी कैंसर नहीं होते।
  • ये दर्द कर सकते हैं, लेकिन अक्सर किसी ट्रीटमेंट की ज़रूरत नहीं होती।
  • कुछ सिस्ट, जैसे डर्मॉइड सिस्ट (Dermoid cysts), बड़े हो सकते हैं और इन्हें मॉनिटर करने की जरूरत पड़ती है।
  • बहुत कम मामलों में, कोई सिस्ट ओवेरियन टॉर्शन (Ovarian torsion) या रप्चर्ड सिस्ट (Ruptured cyst) जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।
  • अगर सिस्ट बहुत बड़ा हो जाए, तो डॉक्टर लैपारोस्कोपिक सर्जरी (Laparoscopic surgery) की सलाह दे सकते हैं।

प्रेग्नेंसी के दौरान कौन-कौन से ओवेरियन सिस्ट बन सकते हैं?

  • फॉलिक्यूलर सिस्ट (Follicular Cysts): ये सिस्ट तब बनते हैं जब ओवरी अंडा रिलीज़ नहीं करती जैसे उसे करना चाहिए। ये अकसर छोटे होते हैं और अपने आप ठीक हो जाते हैं। फंक्शनल ओवेरियन सिस्ट, ओव्युलेशन (Ovulation) के दौरान बनते हैं और आमतौर पर दर्द नहीं करते। डॉक्टर इन्हें रूटीन स्कैन में पकड़ लेते हैं।
  • कॉर्पस ल्यूटियम सिस्ट (Corpus Luteum Cysts): जब ओवरी अंडा रिलीज़ करती है, तो जहां से वह अंडा निकला था वह जगह कभी-कभी तरल से भर जाती है — यही कॉर्पस ल्यूटियम सिस्ट होता है। यह प्रेग्नेंसी की शुरुआत में ज़रूरी हार्मोन बनाकर उसे सपोर्ट करता है। ये भी फंक्शनल ओवेरियन सिस्ट होते हैं, यानी यह आपके सामान्य मेनस्ट्रुअल साइकल (Menstrual cycle) का हिस्सा होते हैं।
  • कॉर्पस ल्यूटियम सिस्ट अक्सर प्रेग्नेंसी की शुरुआत में दिखते हैं: प्रेग्नेंसी के शुरुआती समय में डॉक्टर आपकी पहली अल्ट्रासाउंड (Ultrasound) के दौरान किसी एक ओवरी में कॉर्पस ल्यूटियम देख सकते हैं। ये आमतौर पर अच्छा संकेत होता है कि शरीर अपना काम सही से कर रहा है। ये सिस्ट अक्सर सेकंड ट्राइमेस्टर (Second trimester) तक अपने आप ठीक हो जाते हैं।
  • डर्मॉइड सिस्ट (Dermoid Cysts) आमतौर पर बेनाइन होते हैं, लेकिन असामान्य: सिर्फ कुछ ही सिस्ट जैसे डर्मॉइड या बहुत बड़े सिस्ट को ट्रीटमेंट की ज़रूरत पड़ती है। फंक्शनल सिस्ट से अलग, डर्मॉइड सिस्ट उन सेल्स से बने होते हैं जो बाल या फैट जैसी चीजें बना सकते हैं। ये आमतौर पर बेनाइन (non-cancerous) होते हैं लेकिन बड़े हो सकते हैं। अगर ये दबाव या दर्द देते हैं, तो डॉक्टर इन्हें मॉनिटर कर सकते हैं या बाद में हटाने की सलाह दे सकते हैं।
  • पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (Polycystic Ovary Syndrome – PCOS) प्रेग्नेंसी को प्रभावित कर सकता है: पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) एक ऐसी कंडीशन है जिसमें ओवरी में कई सिस्ट बन जाते हैं। इससे नेचुरली प्रेग्नेंट होना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। जिन महिलाओं को PCOS होता है, उन्हें प्रेग्नेंसी के दौरान एक्स्ट्रा मॉनिटरिंग की ज़रूरत पड़ सकती है ताकि उनकी फर्टिलिटी (Fertility) और बच्चे की सेहत दोनों सुरक्षित रह सकें। PCOS से पीड़ित महिलाओं को हार्मोनल बदलावों के कारण अधिक बाल भी आ सकते हैं।

ओवेरियन सिस्ट कैसे बनते हैं और कब चिंता का विषय होते हैं

How Ovarian Cysts Develop and When They Become a Concern
ओवेरियन सिस्ट कैसे बनते हैं और कब चिंता का विषय होते हैं

जब आप ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cyst) के साथ प्रेग्नेंट (pregnant) होती हैं, तो यह जानना मददगार होता है कि ये सिस्ट कैसे बनते हैं। ये फ्लूड-फिल्ड सैक्स (fluid-filled sacs) होते हैं जो आपकी ओवरीज़ (ovaries) पर बनते हैं। ये प्रेग्नेंसी से पहले या दौरान हो सकते हैं और अक्सर ध्यान नहीं देते।

ये आमतौर पर ऐसे बनते हैं:

  • हर महीने, आपकी ओवरी एक एग (egg) तैयार करती है एक छोटे सैक्र में।
  • अगर वह सैक्र नहीं खुलता, तो वह एक फंक्शनल सिस्ट (functional cyst) बन सकता है।
  • अंडा रिलीज़ करने के बाद, खाली सैक्र में भी तरल भर सकता है—यह कॉर्पस ल्यूटियम सिस्ट (corpus luteum cyst) होता है।

कब सावधान होना चाहिए?

  • अगर सिस्ट बड़ा हो जाए, तो यह दर्द (pain) या दबाव पैदा कर सकता है।
  • पैथोलॉजिकल सिस्ट (pathological cysts), यानी जो आपके पीरियड से जुड़े नहीं होते, उन्हें इलाज की ज़रूरत हो सकती है।
  • कुछ सिस्ट अचानक ट्विस्ट (ovarian torsion) या रप्चर (ruptured cyst) कर सकते हैं।
  • ये सिवियर पेल्विक पेन (severe pelvic pain) या बाद में आपकी फर्टिलिटी (fertility) को प्रभावित कर सकते हैं।

कौन‑से लक्षण चिंता वाली स्थिति बताते हैं?

1. अचानक, तेज़ या बहुत ज्यादा पेल्विक दर्द (Pelvic Pain)

अगर अचानक एक तरफ तेज़ पेल्विक दर्द होता है, तो यह रप्चर्ड सिस्ट (Ruptured cyst) या ओवेरियन टॉर्शन (Ovarian torsion) का संकेत हो सकता है।

  • रप्चर्ड सिस्ट (Ruptured cyst) का मतलब है कि सिस्ट फट गया है और उसके अंदर का तरल बाहर आ गया है।
  • ओवेरियन टॉर्शन (Ovarian torsion) तब होता है जब कोई सिस्ट ओवरी को घुमा देता है और उसकी ब्लड सप्लाई (Blood supply) रुक जाती है।

ये दोनों ही स्थिति गंभीर होती हैं। साथ में चक्कर आना या बेहोशी जैसा महसूस हो सकता है। तुरंत अपने डॉक्टर को कॉल करें। ये मेडिकल इमरजेंसी है।

टिप: अगर दर्द पीरियड क्रैम्प्स से ज़्यादा है और आराम नहीं मिल रहा, तो इंतजार न करें।

2. पेट के एक तरफ दर्द

हर दर्द बहुत तेज़ नहीं होता, लेकिन अगर किसी एक तरफ लगातार हल्का दर्द है, तो वो भी संकेत हो सकता है कि कुछ गड़बड़ है।

  • ये तब होता है जब लार्ज सिस्ट्स (Large cysts) बढ़ते हैं या किसी और अंग पर दबाव डालते हैं।
  • कुछ पैथोलॉजिकल सिस्ट्स (Pathological cysts) ओवरी को खींच सकते हैं या उसकी जगह बदल सकते हैं।
  • दर्द कभी-कभी आता-जाता है, और खड़े होने या चलने में ज्यादा महसूस हो सकता है।

3. पेट फूला हुआ लगना या भारीपन

हर समय पेट भारी लग रहा है? ये धीरे-धीरे बढ़ रहे किसी सिस्ट की वजह से हो सकता है।

  • ऐसे सिस्ट पेट को स्ट्रेच कर सकते हैं, खासकर अर्ली प्रेग्नेंसी (Early pregnancy) में।
  • ब्लैडर (Bladder) या बॉवेल्स (Bowels) पर भी दबाव महसूस हो सकता है।
  • कुछ स्मॉल सिस्ट्स (Small cysts) भी धीरे-धीरे बढ़ते हैं और प्रेशर (Pressure) या दर्द देने लगते हैं।
  • कई फ्लूइड फिल्ड सैक्स (Fluid filled sacs) बिना दर्द के भी बोटिंग करा सकते हैं।

अक्सर महिलाएं इसे प्रेग्नेंसी का सामान्य लक्षण समझ लेती हैं—पर OB-GYN से चेक करवाना ज़रूरी है।

4. दर्द के साथ जी मिचलाना या उल्टी

क्या आपको बार-बार पेशाब आ रही है या कब्ज़ हो रही है? तो इसका कारण कोई सिस्ट हो सकता है जो आपकी ब्लैडर (Bladder) या बॉवेल्स (Bowels) पर दबाव बना रहा हो।

  • इससे टॉयलेट बार-बार जाना पड़ सकता है या जाना मुश्किल हो सकता है।
  • लार्ज सिस्ट्स (Large cysts) या फ्लूइड फिल्ड सैक्स (Fluid filled sacs) का ऐसा असर आम है।
  • ये सिस्ट स्कैन में सामान्य दिख सकते हैं, पर असल में परेशानी पैदा करते हैं।

अगर आपकी ब्लैडर या डाइजेशन की आदत अचानक बदल जाए, तो इसे नजरअंदाज़ न करें।


5. पेशाब या पॉटी की आदतों में बदलाव

अर्ली प्रेग्नेंसी (Early pregnancy) में हल्की ब्लीडिंग या स्पॉटिंग सामान्य लग सकती है—पर ऐसा हमेशा नहीं होता।

  • कॉर्पस ल्यूटियम सिस्ट्स (Corpus luteum cysts) प्रेग्नेंसी बनाए रखने में मदद करते हैं, पर अगर वे फट जाएं तो हल्का ब्लीडिंग हो सकता है।
  • ये रप्चर्ड सिस्ट (Ruptured cyst) का संकेत हो सकता है या किसी गंभीर समस्या की शुरुआत भी।
  • कुछ पैथोलॉजिकल सिस्ट्स (Pathological cysts) भी ब्लीडिंग करा सकते हैं।

अगर आप प्रेग्नेंट विद ओवेरियन सिस्ट (Pregnant with ovarian cyst) हैं और ब्लीडिंग हो रही है—even हल्की—तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।

6. चक्कर आना या बेहोश होना

अगर आप प्रेग्नेंट विद ओवेरियन सिस्ट (Pregnant with ovarian cyst) हैं और चक्कर या बेहोशी महसूस हो रही है, तो ये बड़ा संकेत है। इसका मतलब हो सकता है कि आपके शरीर को ऑक्सीजन या ब्लड पर्याप्त नहीं मिल रहा।

कभी-कभी ये ओवेरियन टॉर्शन (Ovarian torsion) का संकेत होता है—एक रेयर लेकिन गंभीर स्थिति जिसमें सिस्ट ओवरी को घुमा देता है और ब्लड सप्लाई (Blood supply) रोक देता है। इस स्थिति में इमरजेंसी इलाज ज़रूरी है।

आपको ऐसा लग सकता है:

  • खड़े होते ही चक्कर
  • शरीर कमजोर लगना
  • बेहोश होने जैसा महसूस होना

ऐसे संकेत सामान्य प्रेग्नेंसी में नहीं होते। अगर ये लक्षण हैं, तो डॉक्टर चेक करेंगे कि ब्लड सप्लाई में दिक्कत है या नहीं और ज़रूरत पड़ी तो सिस्ट रिमूवल सर्जरी (Cyst removal surgery) भी सलाह दी जा सकती है—खासकर रप्चर्ड सिस्ट की स्थिति में।


क्या ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cysts) फर्टिलिटी या प्रेग्नेंसी हेल्थ पर असर डालते हैं?

हाँ, इनका असर हो सकता है—लेकिन हमेशा नहीं। अगर आप ओवेरियन सिस्ट के साथ प्रेग्नेंट (Pregnant with ovarian cyst) हैं, तो घबराने की ज़रूरत नहीं है। ज़्यादातर ओवेरियन सिस्ट्स (Ovarian cysts) छोटे होते हैं और अपने आप चले जाते हैं। कुछ, जैसे फंक्शनल ओवेरियन सिस्ट्स (Functional ovarian cysts) या कॉर्पस ल्यूटियम सिस्ट्स (Corpus luteum cysts), तो शुरुआती प्रेग्नेंसी में मदद भी करते हैं।

लेकिन अगर सिस्ट बड़ा (Large cyst) हो या ओवेरियन टॉर्शन (Ovarian torsion) हो जाए, तो वो ओवरी के काम और फर्टिलिटी (Fertility) को नुकसान पहुंचा सकता है। कुछ रेयर केस में सिस्ट रिमूवल सर्जरी (Cyst removal surgery) की ज़रूरत पड़ती है। अगर आपको पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (Polycystic ovary syndrome - PCOS) है, तो नेचुरली प्रेग्नेंट होना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।

कुछ सिस्ट्स, अगर इलाज न हो तो, प्रजनन स्वास्थ्य (Reproductive health) को प्रभावित कर सकते हैं। कई बार ओवेरियन सिस्ट्स (Ovarian cysts) किसी और हेल्थ कंडीशन का लक्षण होते हैं, जैसे कि एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis) या PCOS, जो फर्टिलिटी (Fertility) को प्रभावित करने वाले अन्य लक्षणों के साथ आ सकते हैं।

ऐसी हेल्थ कंडीशन्स, जैसे PCOS या लार्ज सिस्ट्स (Large cysts), आगे चलकर इनफर्टिलिटी (Infertility) का खतरा भी बढ़ा सकती हैं।


क्या ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cysts) खतरनाक हो सकते हैं? प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले रेयर रिस्क्स

1. ओवेरियन टॉर्शन (Ovarian torsion)

यह तब होता है जब कोई सिस्ट (Cyst) आपकी ओवरी (Ovary) को मरोड़ देता है। इससे ब्लड फ्लो (Blood flow) रुक जाता है। आपको अचानक तेज दर्द महसूस हो सकता है। ओवेरियन टॉर्शन (Ovarian torsion) एक इमरजेंसी है। इसमें तुरंत सर्जरी (Surgery) की जरूरत पड़ सकती है ताकि ओवरी को बचाया जा सके।

2. रप्चर हुआ सिस्ट (Ruptured cyst)

कुछ सिस्ट्स (Cysts) फट सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो पेट में तेज और तीखा दर्द होता है। अगर अंदरूनी ब्लीडिंग (Bleeding) हो, तो यह जानलेवा हो सकता है। डॉक्टर आमतौर पर इसे अल्ट्रासाउंड (Ultrasound) से जांचते हैं।

3. बड़े सिस्ट्स (Large cysts)

बड़े सिस्ट्स (Cysts) आसपास के अंगों पर दबाव डाल सकते हैं। इससे दर्द, बार-बार पेशाब (Urination) की जरूरत या डाइजेशन (Digestion) में परेशानी हो सकती है। कुछ मामलों में ये सिस्ट्स फट सकते हैं या मरोड़ खा सकते हैं। अगर ये ज्यादा दिक्कत दे रहे हों, तो डॉक्टर इन्हें हटाने की सलाह दे सकते हैं।

4. पैथोलॉजिकल सिस्ट्स (Pathological cysts)

हर सिस्ट (Cyst) सिंपल नहीं होता। कुछ पैथोलॉजिकल सिस्ट्स (Pathological cysts) ऐसे ग्रोथ होते हैं जो अपने आप नहीं जाते। इनमें मोटा फ्लूइड (Fluid) या असामान्य टिशू (Abnormal tissue) भरा हो सकता है। डॉक्टर इसमें अबनॉर्मल सेल ग्रोथ (Abnormal cell growth) या ओवेरियन कैंसर (Ovarian cancer) के लक्षणों की जांच करते हैं। खासतौर पर पोस्टमेनोपॉज़ल (Postmenopausal) महिलाओं में यह और जरूरी होता है।

5. सर्जरी का रिस्क (Surgery risk)

अगर कोई सिस्ट (Cyst) बहुत रिस्की हो जाए, तो सर्जरी (Surgery) करनी पड़ सकती है। आजकल ज़्यादातर सर्जरी लैपरोस्कोपिक सर्जरी (Laparoscopic surgery) से की जाती है, जो शुरुआती प्रेग्नेंसी में सेफ और कम रिस्क वाली मानी जाती है। फिर भी, प्रेग्नेंसी के दौरान कोई भी सर्जरी बहुत सोच-समझकर की जाती है ताकि मां और बच्चे दोनों को नुकसान न हो।


प्रेग्नेंसी के दौरान ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cysts) की जांच: डॉक्टर क्या देखते हैं?

Diagnosing Ovarian Cysts During Pregnancy: What Doctors Look For
प्रेग्नेंसी के दौरान ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cysts) की जांच: डॉक्टर क्या देखते हैं?

जब आप प्रेग्नेंट होती हैं और आपके अंदर ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cyst) होता है, तो डॉक्टर उसे बहुत ध्यान से मॉनिटर करते हैं। ज़्यादातर ओवेरियन सिस्ट्स (Ovarian cysts) हानिकारक नहीं होते। लेकिन कुछ को ज्यादा निगरानी की जरूरत होती है। डॉक्टर इसके साइज़, टाइप और लक्षणों को सेफ तरीके से चेक करते हैं।

डॉक्टर क्या-क्या जांचते हैं:

  • ल्ट्रासाउंड स्कैन (Ultrasound scan): यह पहला स्टेप होता है। इससे डॉक्टर देख पाते हैं कि यह एक फ्लूइड से भरी थैली (Fluid-filled sac) है (जैसे फंक्शनल ओवेरियन सिस्ट [Functional ovarian cyst]) या कुछ और, जैसे कि डरमॉइड सिस्ट (Dermoid cyst)।
  • ब्लड टेस्ट्स (Blood tests): ये आपके हॉर्मोन लेवल्स (Hormone levels) को चेक करते हैं और कैंसरस रिस्क्स (Cancerous risks) को रूल आउट करने में मदद करते हैं। ब्लड टेस्ट और स्कैन से ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cyst) को जल्दी पकड़ना आसान होता है।
  • लक्षणों की जांच (Symptoms check): डॉक्टर पूछेंगे कि क्या आपको तेज़ पेल्विक पेन (Pelvic pain) या दबाव महसूस हो रहा है।
  • ग्रोथ मॉनिटरिंग (Growth monitoring): अगर सिस्ट (Cyst) बड़ा होता है, तो यह ओवरी (Ovary) को मरोड़ सकता है (ओवेरियन टॉर्शन [Ovarian torsion]) या फट सकता है (रप्चर हुआ सिस्ट [Ruptured cyst])।
  • मेडिकल हिस्ट्री (Medical history): अगर आपको PCOS है या पहले भी सिस्ट्स (Cysts) हुए हैं, तो यह डॉक्टर को आगे के स्टेप्स तय करने में मदद करता है।

ओवेरियन कैंसर (Ovarian cancer) की जांच कैसे होती है?

प्रेग्नेंसी के दौरान ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cyst) होना डराने वाला लग सकता है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं। ज़्यादातर सिस्ट्स नुकसान नहीं करते। फिर भी, डॉक्टर ओवेरियन कैंसर (Ovarian cancer) के रेयर लक्षणों की जांच करते हैं, खासकर अगर सिस्ट बड़ा, दर्दनाक या असामान्य फ्लूइड से भरा हो।

डॉक्टर कैसे जांच करते हैं:

  • अल्ट्रासाउंड (Ultrasound): यह स्कैन सिस्ट (Cyst) का साइज़, शेप और अंदर की जानकारी देता है। अगर सिस्ट ठोस दिखता है या अजीब लगे, तो डॉक्टर उसे ध्यान से मॉनिटर करते हैं।
  • ब्लड टेस्ट (CA-125): यह टेस्ट एक मार्कर (Marker) को चेक करता है जो कैंसर ग्रोथ (Cancerous growth) से जुड़ा हो सकता है। यह पूरी तरह परफेक्ट नहीं है, लेकिन रिस्क को रूल आउट करने में मदद करता है।

प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cysts) के सेफ ट्रीटमेंट ऑप्शंस

Safe Treatment Options for Pregnant Women with Cysts
प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cysts) के सेफ ट्रीटमेंट ऑप्शंस
  • अल्ट्रासाउंड (Ultrasound) है मुख्य डायग्नोस्टिक टूल: यह स्कैन सिस्ट का साइज़, शेप और लोकेशन दिखाता है। यह सेफ, बिना दर्द का और ओवेरियन सिस्ट्स (Ovarian cysts) को समय के साथ ट्रैक करने के लिए बहुत ज़रूरी होता है।
  • सिस्ट ग्रोथ की निगरानी (Monitoring) समय के साथ: ज़्यादातर फंक्शनल ओवेरियन सिस्ट्स (Functional ovarian cysts) अपने आप छोटे हो जाते हैं। डॉक्टर प्रेग्नेंसी की शुरुआत या सेकंड ट्राइमेस्टर में दोबारा स्कैन करते हैं ये देखने के लिए कि बड़ा सिस्ट बढ़ रहा है या एक जैसा बना हुआ है।
  • लक्षणों और इमेजिंग को साथ में देखकर जज करना: डॉक्टर पूछते हैं कि क्या आपको तेज़ पेल्विक पेन (Pelvic pain), मिचली या दबाव महसूस हो रहा है। वो आपकी बातों को अल्ट्रासाउंड (Ultrasound) की रिपोर्ट से जोड़ते हैं और फिर अगले स्टेप्स तय करते हैं।
  • ब्लड टेस्ट (Blood tests) हॉर्मोन या कैंसर मार्कर (Cancer markers) के लिए: सेफ टेस्ट्स किए जाते हैं ताकि ये पता चले कि ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cyst) बन रहा है या नहीं। अगर पैथोलॉजिकल सिस्ट्स (Pathological cysts) का शक हो तो अबनॉर्मल सेल ग्रोथ (Abnormal cell growth) या ओवेरियन कैंसर मार्कर (Ovarian cancer marker) भी चेक किए जाते हैं।
  • मेडिकल हिस्ट्री और पीरियड पैटर्न की जांच: अगर आपको पहले से PCOS या ओवेरियन सिस्ट्स (Ovarian cysts) रहे हैं, तो इससे डॉक्टर यह समझ पाते हैं कि आगे क्या हो सकता है। इससे यह तय करने में मदद मिलती है कि सिस्ट फर्टिलिटी पर असर डालेगा या इलाज की जरूरत है।
  • डिफरेंशियल डायग्नोसिस (Differential diagnosis) ताकि कोई और कंडीशन न छूटे: डॉक्टर यह सुनिश्चित करते हैं कि लक्षण एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis), एडनेक्सल मास (Adnexal mass) या किसी और दिक्कत से तो नहीं हैं। इससे ट्रीटमेंट बिल्कुल सटीक और आपकी प्रेग्नेंसी के लिए सेफ रहता है।
  • ब्लड सप्लाई और टॉर्शन रिस्क की जांच: वो आपकी ओवरी (Ovary) में ब्लड सर्कुलेशन को चेक करते हैं। अगर ओवेरियन टॉर्शन (Ovarian torsion) या रप्चर हुआ सिस्ट (Ruptured cyst) के साइन दिखते हैं तो तुरंत इलाज की जरूरत होती है—ज़रूरत पड़ने पर लैप्रोस्कोपिक सर्जरी (Laparoscopic surgery) की सलाह दी जाती है।

डॉ अंशु अग्रवाल कैसे मदद कर सकती हैं?

How Dr Anshu Agarwal Can Help
डॉ अंशु अग्रवाल कैसे मदद कर सकती हैं?

प्रेग्नेंसी से जुड़ी ओवेरियन सिस्ट्स (Ovarian cysts) के इलाज में डॉ अंशु अग्रवाल क्यों चुनें?

डॉ अंशु अग्रवाल एक अनुभवी ऑब्सटेट्रिशन-गायनोकॉलोजिस्ट (Obstetrician-Gynecologist) हैं जिनके पास 18+ साल का अनुभव है। वर्तमान में वो मेडिफर्स्ट हॉस्पिटल, रांची में ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनोकॉलोजी की डायरेक्टर हैं। उनकी विशेषज्ञता इन क्षेत्रों में है:

  • हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी, खासकर जब ओवेरियन सिस्ट्स (Ovarian cysts) हों
  • मिनिमली इनवेसिव लैप्रोस्कोपिक सर्जरी (Minimally invasive laparoscopic surgery), जो प्रेग्नेंसी के दौरान सिस्ट हटाने के लिए सुरक्षित तरीका है
  • फर्टिलिटी-फोकस्ड केयर (Fertility-focused care)—जो ओवेरियन फंक्शन को बनाए रखने, बिना IVF के प्रेग्नेंसी में मदद और नियमित एक्सरसाइज़ को बढ़ावा देने में मदद करती है, खासकर जब सिस्ट या PCOS फर्टिलिटी पर असर डालते हैं

आपकी देखभाल में वो क्या लेकर आती हैं:

  • पेशेंट-सेंट्रिक एप्रोच: हर स्टेप की साफ समझ, रेगुलर मॉनिटरिंग और इमोशनल सपोर्ट
  • फंक्शनल बनाम पैथोलॉजिकल सिस्ट्स (Functional vs. pathological cysts) को पहचानने और "देखते रहें" बनाम सर्जरी के फैसले में एक्सपर्ट
  • लैप्रोस्कोपिक सिस्ट रिमूवल (Laparoscopic cyst removal) में कुशल, जिसमें ओवरी को बचाते हुए कम जोखिम होता है—even मिड-प्रेग्नेंसी में भी

📞 संपर्क और अपॉइंटमेंट डिटेल्स:

फोन: 0729‑393‑7999
पता: मेडिफर्स्ट हॉस्पिटल, प्लॉट 2703/1‑2, बूटी रोड (सूर्योदय अपार्टमेंट के पास), बरियातू, रांची, झारखंड 834009


अगर आप प्रेग्नेंट हैं और सिस्ट है—क्या सर्जरी सेफ है?

ओवेरियन सिस्ट रिमूवल (Ovarian cyst removal): कब ज़रूरी होती है?

हाँ—अगर आप प्रेग्नेंट हैं और ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cyst) है, तो ज़रूरत पड़ने पर सर्जरी सुरक्षित हो सकती है। मेडिकल प्रैक्टिस में ज़्यादातर सिस्ट्स बिना सर्जरी ही मैनेज हो जाते हैं।

डॉक्टर्स आमतौर पर लैप्रोस्कोपिक सर्जरी (Laparoscopic surgery) को पसंद करते हैं—यह एक हल्का और कम रिस्क वाला तरीका है, जिसमें छोटे-छोटे टूल्स का इस्तेमाल होता है। इससे आपकी ओवरी सलामत रहती है और बच्चे को नुकसान का रिस्क भी कम होता है।

अगर मामला इमरजेंसी का हो—जैसे ओवेरियन टॉर्शन (Ovarian torsion) या रप्चर सिस्ट (Ruptured cyst)—तो तुरंत इलाज की ज़रूरत हो सकती है।

आपका मेडिकल टीम आपके दर्द, सिस्ट के आकार और समय (टाइमिंग) को देखकर बैलेंस बनाती है। हमेशा पूछें कि आपके और आपके बच्चे के लिए सबसे सही तरीका क्या है।


प्रेग्नेंसी की सुरक्षा कैसे करें और कॉम्प्लिकेशन्स से कैसे बचें

How to Protect Your Pregnancy and Avoid Complications
प्रेग्नेंसी की सुरक्षा कैसे करें और कॉम्प्लिकेशन्स से कैसे बचें
  • रेगुलर प्रीनेटल चेकअप्स (Prenatal checkups) कराएं: अपने सभी डॉक्टर अपॉइंटमेंट्स पर जाएं। हर चेकअप में डॉक्टर ये देख सकते हैं कि कोई बदलाव तो नहीं हुआ—खासकर अगर आपको फंक्शनल ओवेरियन सिस्ट्स (Functional ovarian cysts), डरमॉइड सिस्ट्स (Dermoid cysts) या कॉर्पस ल्यूटियम सिस्ट (Corpus luteum cyst) है।
    समस्या को जल्दी पकड़ लेना मतलब ज्यादा सुरक्षित देखभाल।
  • अपने लक्षणों पर ध्यान दें: अपने शरीर की सुनें। अगर कोई दर्द हो, तेज़ पेल्विक पेन (Pelvic pain) या मासिक धर्म चक्र में बदलाव लगे, तो डॉक्टर को बताएं।
    इससे डॉक्टर समय रहते ओवेरियन टॉर्शन (Ovarian torsion) या रप्चर सिस्ट (Ruptured cyst) की पहचान कर सकते हैं।
  • PCOS जैसे हार्मोनल कंडीशंस को मैनेज करें: अगर आपको पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (Polycystic ovary syndrome - PCOS) है, तो ये फर्टिलिटी और प्रेग्नेंसी को प्रभावित कर सकता है।
    अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार हार्मोन बैलेंस रखें। इससे ओवेरियन फंक्शन सही रहता है और सिस्ट्स बढ़ने से रुकते हैं।
  • फॉलो-अप अल्ट्रासाउंड्स (Ultrasounds) कराते रहें: स्कैन से डॉक्टर सिस्ट्स को ट्रैक करते हैं, नए ओवेरियन सिस्ट्स (Ovarian cysts) के डेवलपमेंट को पकड़ते हैं, और बड़े सिस्ट्स को नज़दीक से मॉनिटर करते हैं। ज्यादातर छोटे सिस्ट्स अपने आप कम हो जाते हैं। अप-टू-डेट रहना अनचाही परेशानी से बचाता है।
  • सॉफ्ट और हल्का लाइफस्टाइल अपनाएं: आराम करें, भारी सामान न उठाएं, और ज्यादा इंटेंस वर्कआउट से बचें। हल्की मूवमेंट आपकी ओवरी को सुरक्षित रखती है और ज़्यादा खिंचाव से बचाती है।
    ये आपकी ओवरऑल रिप्रोडक्टिव हेल्थ (Reproductive health) को भी बेहतर बनाती है।
  • हाइड्रेटेड रहें और संतुलित खाना खाएं: खूब पानी पिएं और रंग-बिरंगे फल-सब्ज़ियाँ खाएं। सही न्यूट्रिशन (Nutrition) से ओवेरियन फंक्शन सपोर्ट होता है, हार्मोन कंट्रोल में रहते हैं और सिस्ट्स बनने या बढ़ने से रोका जा सकता है।
  • कब सर्जरी ज़रूरी हो सकती है, इसे समझें: अगर बहुत सारी ओवेरियन सिस्ट्स (Ovarian cysts) हों, पैथोलॉजिकल सिस्ट्स (Pathological cysts) हों या ओवरी मुड़ गई हो, तो डॉक्टर लैप्रोस्कोपिक सर्जरी (Laparoscopic surgery) की सलाह दे सकते हैं। यह एक मिनिमली इनवेसिव (कम कट वाली) तकनीक है जो ओवरी को बचाकर बच्चे को सुरक्षित रखती है।
  • फर्टिलिटी-फ्रेंडली माइंडसेट रखें: फर्टिलिटी को ध्यान में रखते हुए फैसले लें। सवाल पूछें, डॉक्टर की सलाह मानें और याद रखें—ज्यादातर ओवेरियन सिस्ट्स (Ovarian cysts) फर्टिलिटी को बहुत कम प्रभावित करते हैं।
    सही केयर के साथ आप एक हेल्दी बेबी डिलीवर कर सकती हैं।

सिस्ट्स के बाद फर्टिलिटी: क्या आप नेचुरली फिर से प्रेग्नेंट हो सकती हैं?

हाँ, कई महिलाएं ओवेरियन सिस्ट्स (Ovarian cysts) के बाद नेचुरली प्रेग्नेंट हो जाती हैं।
भले ही आप एक बार ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cyst) के साथ प्रेग्नेंट रही हों, घबराने की ज़रूरत नहीं है—ज्यादातर ओवेरियन सिस्ट्स बिनाइन (सामान्य) होते हैं और ओवेरियन फंक्शन (Ovarian function) को नुकसान नहीं पहुंचाते।

लेकिन अगर आपके पास पैथोलॉजिकल सिस्ट्स (Pathological cysts) थे, तो आपको शायद लैप्रोस्कोपिक सर्जरी (Laparoscopic surgery) की ज़रूरत पड़ी हो।कुछ फंक्शनल ओवेरियन सिस्ट्स (Functional ovarian cysts) और कॉर्पस ल्यूटियम सिस्ट्स (Corpus luteum cysts) तो शुरुआत की प्रेग्नेंसी को सपोर्ट भी करते हैं।

फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट (Fertility specialist) कभी-कभी ये चेक करते हैं कि कहीं आपको रप्चर सिस्ट (Ruptured cyst), ओवेरियन टॉर्शन (Ovarian torsion) या तेज़ पेल्विक पेन (Pelvic pain) तो नहीं हो रही।कुछ मामलों में ओवेरियन सिस्ट रिमूवल (Ovarian cyst removal) से दर्द कम होता है और फर्टिलिटी सुरक्षित रहती है।

ध्यान रखने से आपकी ओवरीज़ (Ovaries) हेल्दी रह सकती हैं, और एग प्रोडक्शन (Egg production) की संभावना भी अच्छी बनी रहती है।
अगर आपको किसी तरह का बदलाव या दर्द लगे, तो हमेशा अपने डॉक्टर से बात करें।

लेकिन दर्द या अचानक आए लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें। डॉक्टर से बात करें, जानें कि ज़रूरत पड़ने पर ओवेरियन सिस्ट्स को कैसे हटाया जाए (How to remove ovarian cysts), और अपनी फर्टिलिटी को सुरक्षित रखें।जागरूक रहें।आप ये कर सकती हैं।